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टिंग टॉन्ग..... व्हेन आई वेक अप : चैप्टर - 2

चैप्टर - 2

एना को अब भी उसके कानो पर विश्वास नहीं हो रहा था वो स्कूल जो कई सालों से बंद था अचानक से उसकी जली हुई वो स्कूल बेल बज रही और उससे भी अजीब था उसके पीछे से आते उन बच्चों की आवाज़ें जो एना के कानों में तेज़ाब की तरह उतर रहे थे।एना की हिम्मत उसका साथ छोड़ रही थी अब उसके मन में बस इतना ही ख्याल आ रहा था की काश उसने सोफी की बात मान ली होती तो शायद उसे आज ये सब महसूस न करना पड़ता , इस वक्त एना का यहां रुकना उसे उसकी जिंदगी की सबसे बड़ी गलती लग रही थी। वो धीरे धीरे अपनी गर्दन घुमा कर पीछे का नज़ारा देखती है तो उसके हाथों से उसका कैमरा छूट कर वहीं कहीं घास में गिर जाता है उसके सामने वो स्कूल था जिसके आस पास अब धुंध छाई हुई थी जिससे उसका वो भयानक रूप और भयानक लग रहा था वो अब भी जला हुआ और खंडहर था मगर सबसे बड़ी बात थी की अब उसमे कुछ लोग बड़ी ही तादात में चल फिर रहे थे हलचल हो चुकी थी उस शांत पड़े स्कूल में रात के दो बज चुके थे और अब उस स्कूल का खेल शुरू हो चुका था वो खेल था , मौत का।
एना की आंखे सामान्य से ज्यादा बड़ी हो चुकी थी उसके हाथ पैर ठिठक चुके थे उस ठंडी में भी उसके पसीने छूट रहे थे और तभी उसकी नज़र जाती है उन लोगों पे ,जो चल तो रहे थे मगर उनके पैर चल नही रहे थे साथ ही उनका शरीर जला हुआ था मानो बड़ी ही बेरहमी से आग ने उन्हें झुलसाया था , उनके चमड़े गल के गिर रहे थे और साथ ही उनके अंदर एक अलग सी चमक थी जिससे उस सियाह रात में भी उनका रूप चमक रहा था , बाहर तेज़ हवाएं शुरू हो चुकी थी मगर इन लोगो पर तो उन हवाओं का असर ही नहीं हो रहा था।एना हिम्मत जुटा कर वहां से जाने ही वाली होती हैं की तभी कुछ ऐसा होता है जो उसकी पूरी जिंदगी ही बदल देता हैं ,जैसे ही बिना कुछ आवाज किए वो जा रही थी तभी किसी का कॉल उसके फोन में आता है उसके रिंग टोन की आवाज से उन सभी का ध्यान एना की ओर आ जाता है एना वहां से जाने ही वाली थी तभी उस स्कूल में चल रहे सभी " लोग " जो जिंदगा तो बिल्कुल नहीं लग रहे सभी एक कतार में खड़े एना को घूरने लगते है अभी जिस स्कूल में इतनी हलचल चल रही थी अब वो खामोश हो चुका था उसे तो बस चाहिए था किसी का साथ।तभी एक आवाज़ एना को सुनाई देती हैं।
" एना!!.....कम ..." वो एक औरत थी जिसका आधा चेहरा गल चुका था और साथी ही उसकी आंखे झूल चुकी थी।उस आवाज़ को सुन एना जहां थी वहीं जम कर रह जाती है वो आवाज़ सामान्य तो बिल्कुल नहीं थी वो आवाज़ हवा की तरह तैर फुसफुसाहट की आवाज़ तुरंत एना के कानों में पड़ी , एना वहां से भागना चाहती थी मगर वो " लोग " धीरे धीरे उस स्कूल से बाहर निकल कर एना के पास आए और..........
अगले कुछ पल वहां एना की चीखें गूंज रही थी फिर कुछ पल बाद वहां मातम की शांति पसर गई , मगर उस खामोशी में अभी भी एना का फोन बज रहा था जिसके स्क्रीन पर कॉल आई ० डी० थी " सोफी "

आगे की कहानी जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी कहानी।

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6 Comments

Rohan Nanda

16-Jul-2022 07:24 PM

Good story

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Sandhya Prakash

16-Jul-2022 07:08 PM

Good writing skill

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Pallavi

18-Jun-2022 09:42 PM

Nice

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